बस्ती, 09 जनवरी। जिले के वाल्टरगंज कस्बे में रेलवे की ओर से चस्पा की गई नोटिस को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है, नोटिस से कहा गया है कि रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण किया गया है, 15 दिन के भीतर हटा लें, वर्ना 11 जनवरी को स्थानीय प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण पर बुलडोजर चलावाया जाएगा। इसको लेकर लोग धरने पर बैठ गए हैं।
उनका कहना है कि नोटिस निरस्त किया जाये, हम अपनी दुकानों व मकानों को नहीं गिरने देंगे।कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय लोगों की मांगों को जायज बताते हुये धरने पर बैठे लोगों का समर्थन किया है। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’, ने कहा स्थानीय प्रशासन को स्थानीय लोगों से वार्ता करनी चाहिये। गतिरोध अच्छा नही है। प्रशासन चाहे तो समस्या का हल निकल सकता है।
देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा
वहीं देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि वर्षों से रह रहे लोगों को हटाने से पहले उनके पुनर्वास का प्रबंध करना चाहिये। डा. आलोक रंजन वर्मा ने कहा स्थानीय लोगों को रेलवे की ओर से पर्याप्त समय दिया जाना चाहिये और उन्हे हटाने से पहले मुआवजे का प्रबंध करना चाहिये। धरनारत लोगों की मांग है कि रेलवे प्रशासन की ओर से मकान और दुकानों को तोड़ने के लिए जारी नोटिस को तत्काल निरस्त किया जाए।
मांग
उन्होंने मांग की कि जिन कागजातों में त्रुटियां हैं, उन्हें राजस्व अभिलेखों में सुधार कर इन स्थानों को सरकारी अभिलेख में आबादी के रूप में दर्ज किया जाए। कांग्रेस पार्टी की ओर से धरने में प्रमुख रूप से डीएन शास्त्री, गंगा मिश्रा, गुड्डू सोनकर, संजीव त्रिपाठी, लालजीत पहलवान, राजेश चौधरी, मो. अकबाल, पप्पू सिंह, विजय श्रीवास्तव आदि शामिल थे।