प्रयागराज : शहर में एक बार फिरडिजिटल अरेस्ट कर ठगी की घटना हुई है। साइबर अपराधियों ने इस दफा बुजुर्ग महिला सरिता गुप्ता को निशाना बनाया है। उसके नाम से पार्सल बुक होने और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बनकर जेल भेजने की धमकी देते हुए जाल में फंसाया गया।
पीड़िता की तहरीर पर साइबर थाने की पुलिस ने सुमित मिश्रा, सुनील व अनिल यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले रिटायर अधिकारी की पत्नी, रिटायर आइबी इंस्पेक्टर समेत कई के साथ डिजिटल अरेस्ट कर लाखों की ठगी हो चुकी है।
मम्फोर्डगंज में रहने वाली सरिता गुप्ता के पति सुशील चंद्र पोस्ट आफिस में एजेंट थे। चार साल पहले सुशील का निधन हो गया। महिला ने पुलिस को बताया कि आठ सितंबर को कस्टम आफिसर बताते हुए सुमित मिश्रा नामक व्यक्ति ने फोन किया। कहा कि उनका पार्सल है और पेचीदगी में फंसाए रखा। कुछ देर बाद उसने अपने दूसरे साथी को लाइन पर लिया, जिसका नाम सुनील था और उसे दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया गया।
सुनील ने वाट्सएप पर काल किया और तीसरे साथी अनिल से बात करवाई। दोनों ने जेल भिजवाने की धमकी दी और कहा कि सीबीआइ गिरफ्तार कर लेगी। यह भी कहा कि पूरी चल-अचल संपत्ति को कुर्क करने का डर दिखाते हुए बैंकडिटेल, आधार कार्ड वाट्सएप पर मंगवा लिया। धमकाया कि किसी को बताया तो शरीर का अंग निकालकर बेच दिया जाएगा। दूसरे दिन फिर काल किया और महिला को बैंक भेज एफडी तुड़वाते हुए बचत खाते में पैसा जमा करवाया। अलग-अलग खाते से कुल 65 लाख रुपये निकाल लिया गया।
इनके साथ भी हुई लाखों रुपये की ठगी
साइबर अपराधियों ने पारस ग्रीन अपार्टमेंट धूमनगंज में रहने वाले हर्ष भट्ट से 28 लाख 62 हजार रुपये ठग लिए थे। इसी तरह मऊआइमा निवासी बृजेश कुमार को आनलाइन जाब का झांसा देकर कई बार में आठ लाख 64 हजार रुपये ठग लिए गए। वहीं, अल्लापुर में रहने वाले आशीष खरे से आनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर नौ लाख 56 हजार रुपये की ठगी की गई। सभी भुक्तभोगियों ने साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।