आगसः अवैध दवा फैक्ट्री से करोड़ों रुपये की नकली दवाएं बाजार में बेच दी गई। फैक्ट्री से जब्त नींद, दर्द निवारक, एलर्जी सहित अन्य दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से आठ दवाओं के नमूने फेल हो गए हैं। हालांकि कैप्सूल कवर, पैरासीटामोल और टैबलेट कैप्सूल बनाने में इस्तेमाल होने वाले स्टार्च और रंग के नमूने जांच में ठीक मिले। इन दवाओं पर उत्तराखंड व गुजरात की निर्माता कंपनियों के नाम दर्ज हैं। ऐसे में इन्हें नोटिस जारी किया गया है। इन कंपनियों का जवाब आने के बाद अवैध दवा फैक्ट्री संचालक विजय गोयल के खिलाफ ड्रग एक्ट के तहत वाद दायर कर कार्रवाई की जाएगी।
इन दवाओं के नमूने फेल
• अल्प्रासेफ.5 एमजी व इनका रा मैटेरियल (एल्प्राजोलम).
• अल्जोसेल.5 एमजी व इनका रा मैटेरियल (पलप्राजीलम).
• कैप्सूल प्रोक्सीवेल स्पास व साल्ट.
• मांटेयर एफएक्स.
• साइयोहेप्टा डिन रा मैटेरियल.
गत 22 अक्टूबर को दवा माफिया विजय गोयल की सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित अवैध दवा फैक्ट्री पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और औषधि विभाग की टीम ने छापा मारा था। छापे के दौरान दवा, पैकिंग की सामग्री सहित 14 दवाओं के नमूने जांच के लिए लखनऊ भेजे गए थे। सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया 14 में से आठ दवाओं के नमूने फेल हो गए हैं। वीके लाइफ साइंस, अंकलेश्वर गुजरात के नाम से बनाई जा रही नींद के लिए दी जाने वाली टैबलेट अल्जोसेल. 5 गएमजी और उसके साल्ट में एल्प्राजोलम नहीं मिला है। प्योर एंड क्योर, हरिद्वार उत्तराखंड की कंपनी के नाम से बन रही अल्प्रासेफ.5 एमजी और उसके प साल्ट में एल्प्राजोलम नहीं मिला है।
इसी कंपनी के दर्द निवारक कैप्सूल क प्रोक्सीवेल स्पास और कैप्सूल स के लिए तैयार किए गए साल्ट में पैरासीटामोल मिला है लेकिन ट्रैमाडोल नहीं है। इनमें एक्सीपिएंट (निष्क्रिय दवा पदार्थ) मिला है। वहीं एलर्जी में दी जाने वाली टैबलेट में मांटेयर एफएक्स और भूख बढ़ाने वाले साइप्रोहेप्टाडिन य मैटेरियल का नमूना भी फेल हो गया है।
बिल से खरीदें दवाएं
सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि दवा बिल से ही लें। बिना बिल की दवा न लें। दवा लेने के बाद भी असर न होने पर डक्टर से परामर्श लें।
इनके नमूने पास
जिलेटिन कैप्सूल, पैरासीटामोल, स्टार्च पाउडर, लेक्टोस पाउडर, पीला रंग, आयरन आक्साइड