श्वेतांक शंकर उपाध्याय
यूपी, लखीमपुर। जंगल में वन्यजीवों के मूवमेंट पर अक्सर सूचनाएं आती हैं, लेकिन इस बार दुधवा नेशनल पार्क के हाथी कैंप से आई सूचना ने अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। दुधवा के सलूकापुर रेंज में हाथी कैंप से 20 वर्षीय हाथी गजराज अपने संग छह हथिनियों को लेकर राइनो एरिया में चला गया है।
अधिकारी परेशान हैं कि एक सप्ताह गुजर जाने के बावजूद हथिनियों का झुंड और गजराज नहीं लौटे हैं। जो हथिनियां जंगल के अंदर गई हैं, उनमें रूपकली और चमेली बाघ को घेरकर खदेड़ने में विशेषज्ञ बताई जा रही हैं।दुधवा नेशनल पार्क में 25 पालतू हाथी हैं। 12 हाथियों को सलूकापर हाथी कैंप और शेष को दक्षिण सोनारीपुर और बेस कैंप में रखा जाता है। अधिकारियों के मुताबिक, एक सप्ताह पहले पालतू हाथी गजराज ने पैर में बंधी जंजीर को तोड़ दिया।
गजराज को जाता देख हाथी कैंप में मौजूद पालतू हथिनी रूपकली, चमेली सहित चार अन्य हथिनियां भी उसके पीछे-पीछे दौड़ पड़ीं। वनकर्मियों की कांबिंग और ड्रोन से तलाश करने पर उनकी लोकेशन एक ही झुंड में राइनो एरिया में दिखाई पड़ी है।
डिप्टी डायरेक्टर रंगाराजू टी ने बताया कि अब प्रतिदिन हाथियों के मूवमेंट की जानकारी मिल रही है। इस समय हाथियों का प्रजनन काल चल रहा है। सुखद यह है कि पालतू हाथी दुधवा क्षेत्र में ही हैं। उधर, फील्ड डायरेक्टर ललित पोरवाल कहते हैं कि हाथियों को चराई के लिए छोड़ा गया है, वह अभी हाथी कैंप नहीं लौटे हैं।