धोरेवाला मंदिर का इतिहास

By Arun Kumar

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आस्था का केंद्र बना धोरेवाला मंदिर

जाखड़ांवाली. ग्राम से तीन किलोमीटर की दूरी पर रावतसर सड़क मार्ग पर रेतीले टीले पर बना धोरेवाला मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है। कभी यहां अत्र का एक दाना भी नहीं होता था, लोग इस और जाने से डरते थे मगर आज वहाँ हर समय मेला लगा रहता है।

बुजुर्ग बताते हैं कि बाबा पुनमनाथ ने इस टीले पर आकर अपनी कुटिया बनाई और लोगों की चहल पहल शुरू करवा दी। कहते है कि पुनमनाथ ईश्वर भक्ति के प्रति मूर्ति थे । जब क्षेत्र में अन्न उत्पन्न नहीं होता था तब पुनमनाथ अपने पेट की भूख मिटाने की गर्ज से हिरण का रूप धारण कर पास चर रहे थे कि एक नायक जाति के शिकारी ने हिरण समझकर उन पर गोली चला दी।

शिकारी जब हिरण का पीछा कर रहा था तब एक फौग के पेड़ के नीचे एक साधु अपने पैर पर पट्टी बांध रहा था। साधु और शिकारी में कुछ देर असमंजस -बना रहा बाद में शिकारी ने पूछा की साधु महाराज आपके पैर में चोट कैसे लगी।

साधु महाराज

तब साधु महाराज ने बताया कि उसे घायल करने वाला कोई और नहीं बल्कि तुम ही हो तब शिकारी ने कहा कि मैने तो गोली हिरण पर दागी थी महाराज ने कहा कि हिरण कोई और नहीं वह स्वंय ही था। साधु द्वारा समझाये जाने पर शिकारी ने भविष्य में कभी शिकार नहीं करने की शपथ ली तथा साधु बाबा ने शिकारी को आशीर्वाद दिया कि उसके परिवार मे कोई चीज की कमी नहीं आएगी। उस शिकारी का परिवार आज भी मजे से धोरे के पास रह रहा है।

ग्रामीणों

ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो वे कुटिया की ओर दौड़े तथा बाबा के प्रति लोगों की ओर भी आस्था बढ़ गई । यह धोरेवाला बाबा पुनमनाथ का ही प्रताप है कि भयंकर अकाल के बावजूद कभी भी रोजी रोटी के लिए पलायन नहीं करना पड़ा। इस धोरे पर भक्तों के जन सहयोग से आज विशाल मंदिर बना हुआ है तथा दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने की उचित व्यवस्था है ।

मंदिर के महंत

मंदिर के महंत रतीनाथ महाराज ने बताया कि हर माह पूर्णिमा को दूर दराज के सैकड़ो लोग धोक लगाने पहुंचते हैं तथा हर वर्ष श्रवण पूर्णिमा को भारी मेला लगता है। – रोशनलाल नाथ

निष्कर्ष

पीलीबंगा – जाखड़ांवाली क्षेत्र में आस्था का केंद्र बना धोरेवाला मंदिर, बाबा की मेहरबानी से नहीं पड़ता अकाल, लोगों का मानना है कि इस मंदिर से जन कल्याण हो रहा है सच्चे मन से पूजा अर्चना करने वालों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती।

FAQ

Q. धोरेवाला मंदिर कहा स्थित है?

A. धोरेवाला मंदिर रावतसर सड़क मार्ग पर रेतीले टीले पर बना धोरेवाला मंदिर क्षेत्र में है।

Q. मंदिर के महंत कोन है?

A. रोशनलाल नाथ जी

Arun Kumar

Arun Kumar is a senior editor and writer at www.bhartiyasarokar.com. With over 4 years of experience, he is adept at crafting insightful articles on education, government schemes, employment opportunities and current affairs.

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