राम प्रसाद चौधरी

आचार्य डा. राधेश्याम द्विवेदी

सामान्य परिचय :- बस्ती संसदीय तथा विधान सभाई क्षेत्रों में सबसे अधिक अनुभवी चौधरी राम प्रसाद जी को मना जाता हैं। राम प्रसाद चौधरी (Ram Prasad Chaudhary) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं । वह अनेक बार सांसद, विधायक तथा मंत्री रह चुके हैं । उन्होने जनता पार्टी, भाजपा, सपा तथा बसपा में रहकर जनता का प्रतिनिधित्व किया है।

संक्षिप्त परिचय

नामराम प्रसाद चौधरी
संसद नवनिर्वाचित सांसद 2024
जन्म15 नवम्बर 1954
जन्म स्थानजिगना, बस्ती जिला (अब संत कबीर नगर जिला), उत्तर प्रदेश , भारत
राजनीतिक दलसमाजवादी पार्टी (2020–वर्तमान) , (1991–1996)
अन्य राजनीतिक संबद्धताएंजनता पार्टी (1989-1991) बहुजन समाज पार्टी [1] (1996–2002) , (2007–2020) भारतीय जनता पार्टी (2002-2007)
जीवनसाथीकपूरा देवी
बच्चे3
कप्तानगंज विधान सभा के सदस्यदिसंबर 1993 से मार्च 2017 तक कार्यकाल (5 बार)
पेशाराजनीतिज्ञ

लगभग 25 साल से वे राजनीतिक क्षितिज पर अपना स्थान बनाये हुए और भारत में उत्तर प्रदेश की 9 वीं लोकसभा , 12 वीं , 13 वीं , 14 वीं , 15 वीं और 16 वीं विधान सभा के सदस्य रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद लोक सभा तथा कप्तानगंज विधान सभा (Kaptanganj Vidhansabha Sabha) निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है ,जहां इस समय उनका बेटा कविंद्र अतुल चौधरी (Kavindra Atul Chaudhary) सबसे कम उम्र का विधायक प्रतिनिधित्व कर रहा है। वह अभी हाल ही में सम्पन्न 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के बस्ती क्षेत्र से विजय हासिल की है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा :-

राम प्रसाद चौधरी जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बस्ती (Basti) जिले में हुआ था। उन्होंने सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में इंटरमीडिएट और डिप्लोमा प्राप्त किया। इसी दौरान उनकी शादी कपूरा देवी के साथ हुई और उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हुईं। रामप्रसाद चौधरी के भतीजे अरविंद कुमार चौधरी बसपा में रहे हैं और साल 2009 से 2014 तक बसपा के ही टिकट पर बस्ती लोकसभा सीट से सांसद (MP from Basti Lok Sabha seat) चुने गए थे।

चुनावी सफर :-

रामप्रसाद चौधरी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 9वीं लोकसभा में संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar) जिले के खलीलाबाद सीट से की।1989 से 1991 तक 9वीं लोक सभा वह इस सीट से जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे और जीत कर संसद पहुंचे थे।

पांच बार विधायक

इसके बाद वह उत्तर प्रदेश में बस्ती सदर विधानसभा सीट से लड़ने लगे। 1993 के बाद वह 2017 तक बस्ती जिले के कप्तानगंज (विधानसभा क्षेत्र) के लगातार पांच बार विधायक रहे। 1993 से 1995 तक , 12वीं विधान सभा सपा के सदस्य रहे। 1996 से 2002 तक वह 13वीं विधान सभा, बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रहे।

विधायक बनने के बाद 1997 में वह मायावती सरकार में राज्य मंत्री बने थे। उसी साल कल्याण सिंह की सरकार में वह कपड़ा और रेशम उद्योग मंत्री बने। 2002 से 2007 तक वह 14वीं विधान सभा में वह भाजपा के सदस्य रहे। 2007 से 2012 तक वह 15वीं विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहे। 2012 से 2017 तक वह 16वीं उत्तर प्रदेश विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) के सदस्य रहे।

चुनावी सफर :-

रामप्रसाद चौधरी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 9वीं लोकसभा में संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद सीट से की। 1989 से 1991 तक 9वीं लोक सभा वह इस सीट से जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे और जीत कर संसद पहुंचे थे। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश में बस्ती सदर विधानसभा सीट से लड़ने लगे। 1993 के बाद वह 2017 तक बस्ती जिले के कप्तानगंज (विधानसभा क्षेत्र) के लगातार पांच बार विधायक रहे। 1993 से 1995 तक , 12वीं विधान सभा सपा के सदस्य रहे। 1996 से 2002 तक वह 13वीं विधान सभा, बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रहे।

विधायक बनने के बाद 1997 में वह मायावती सरकार में राज्य मंत्री बने थे। उसी साल कल्याण सिंह की सरकार में वह कपड़ा और रेशम उद्योग मंत्री बने। 2002 से 2007 तक वह 14वीं विधान सभा में वह भाजपा के सदस्य रहे। 2007 से 2012 तक वह 15वीं विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहे। 2012 से 2017 तक वह 16वीं उत्तर प्रदेश विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी के सदस्य रहे।।

वे कप्तानगंज विधान सभा से लगातार 5 बार विधायक रहे,खलीलाबाद लोक सभा क्षेत्र से एक बार सांसद भी चुने गये। मायावती सरकार (Mayawati Government) में खाद्य रसद एवं पंचायती राज विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। वह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वह उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहे। 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की कप्तानगंज विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था। उत्तर प्रदेश 2017 की सत्रहवीं विधान सभा में वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चंद्र प्रकाश शुक्ला (Chandra Prakash Shukla) से 6,827 मतों के अंतर से हार गए।

इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनावों में वह सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें बीजेपी के हरीश द्विवेदी ने हरा दिया था। नवंबर 2019 में बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद वह सपा में शामिल हो गए थे।

चल और अचल संपत्ति :-

लोक सभा के बसपा उम्मीदवार और पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी करोड़पति हैं। उनकी चल-अचल संपत्ति करोडो़ से ऊपर है। उनके पास सबसे अधिक गाड़ियां भी हैं। अब तक जिन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है, उनमें गाड़ियों के मामले में रामप्रसाद चौधरी सबसे अमीर हैं। उनकी ओर से दाखिल शपथ पत्र के मुताबिक रामप्रसाद चौधरी के खुद के नाम से एक फोर्ड इंडीवर 17 लाख रुपये मूल्य की है। वहीं उनकी पत्नी के नाम से दो ट्रैक्टर, एक डंपर, पांच ट्रक और एक जेसीबी मशीन है। 2009 में उनके भतीजे अरविंद चौधरी बीएसपी के टिकट पर बस्ती के सांसद बने थे। उस दौरान चौधरी ने एसपी उम्मीदवार राजकिशोर सिंह को शिकस्त दी थी।

कुर्मी क्षत्रिय जाति के कद्दावर नेता :-

2020से वर्तमान तक वह सपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में जाति का बड़ा खेला हुआ। पीडीए का फॉर्मूला लाकर सपा जातीय समीकरण समझने और साधने में सफल रही। नतीजा यह रहा कि उसने यूपी में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश कुर्मी समाज से 11 राजनेता और राजनेत्री संसद में पहुंच गई है! कुर्मी समाज से उत्तर प्रदेश से नवनिर्वाचित सांसद इस प्रकार हैं।

  • अनुप्रिया पटेल – मिर्जापुर (अपना दल एस)
  • नरेश उत्तम पटेल -फतेहपुर (सपा)
  • शिव सिंह पटेल -प्रतापगढ़ (सपा)
  • कृष्णा पटेल -बांदा (सपा)
  • प्रवीण सिंह पटेल -फूलपुर (भाजपा)
  • पंकज चौधरी -महाराजगंज (भाजपा)
  • रामप्रसाद चौधरी -बस्ती (सपा)
  • लालजी वर्मा -अम्बेडकरनगर (सपा)
  • रामशिरोमणि वर्मा -श्रावस्ती (सपा)
  • उत्कर्ष वर्मा -खीरी (सपा)
  • क्षत्रपाल गंगवार -बरेली (भाजपा)

अन्तर राष्ट्रीय कुर्मी क्षत्रिय समाज बस्ती ने पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद चौधरी जी को बस्ती लोक सभा चुनाव में जीतने के लिए बधाई दी है। राम प्रसाद चौधरी ने 61वी लोक सभा बस्ती की सीट समाजवादी पार्टी से पीडीए का फॉर्मूला लाकर धन बल और युक्ति से हासिल की है। हम माननीय चौधरी साहब के स्वस्थ जीवन और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और आशा करते हैं की केन्द्र सरकार और भारत सरकार की पूर्व प्रचलित योजनाओं और समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र के बिंदुओं को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करते हुए बस्ती जिले को उत्तरोत्तर विकास कराते रहेंगे।

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