अंबेडकरनगर। गांवों से लेकर शहर व हाईवे पर गन्ना लदे ओवरलोड वाहन हादसों को न्यौता दे रहे हैं। क्षमता से अधिक गन्ना लादकर क्रय केंद्र से चीनी मिल पहुंच रहे हैं। रास्ते में हिचकोले लेकर चलने वाले वाहन दूसरों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। वाहनों पर रिफ्लेक्टर भी नहीं लगे हुए हैं। गुरुवार को टांडा-बांदा हाईवे पर सिझौली के निकट गन्ना लदा ट्रक बीच सड़क पर पलट गया। गनीमत रही कि आसपास कोई वाहन व राहगीर न होने से बड़ा हादसा टल गया।
किसान खेतों से क्रय केंद्रों पर ट्रैक्टर-ट्राली से गन्ना लेकर पहुंचते थे। यहां पर तौल के बाद गन्ने को चीनी मिल तक पहुंचाने के लिए जर्जर ट्रकें व बड़ी-बड़ी ट्रालियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। गन्ने की ढुलाई के लिए इस्तेमाल होने वाले ट्रकें सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रही हैं। शायद जिम्मेदारों को छोड़कर यह ओवरलोड वाहन सभी को दिखाई देते हैं।
क्षमता से अधिक गन्ना लादने से हमेशा इनके आसपास से गुजरने पर हादसे का खतरा बना रहा है। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यातायात उपनिरीक्षक जयबहादुर यादव ने बताया कि गन्ना लदे ट्रक और ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं। निरीक्षक श्रीनिवास पांडेय ने बताया कि ओवरलोडिंग की चेकिंग कराई जाएगी। क्षमता से अधिक गन्ना लदा होना और वैध कागजात न पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।